UPI New Rule Update : यूपीआई करने वालो के लिए नई मुशीबत सभी के लिए यूपीआई पर नया नियम लागू
इनएक्टिव UPI अकाउंट होंगे बंद
अगर आपने पिछले एक साल से कोई भी UPI ट्रांजैक्शन नहीं किया है, तो आपका UPI ID डिएक्टिवेट कर दिया जाएगा। यह नियम सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लागू किया गया है ताकि फ्रॉड और मिसयूज को रोका जा सके।
लिमिट से ऊपर ट्रांजैक्शन पर मिलेगा अलर्ट
अब यदि कोई यूज़र एक ही दिन में ₹2 लाख या उससे अधिक की UPI ट्रांजैक्शन करता है, तो उसे तुरंत SMS और इन-ऐप नोटिफिकेशन के जरिए अलर्ट भेजा जाएगा। यह नया नियम यूज़र्स को उनके बड़े ट्रांजैक्शनों (UPI New Rule) पर बेहतर निगरानी रखने में सक्षम बनाएगा। साथ ही, यह किसी भी अनधिकृत या संदिग्ध गतिविधि की पहचान कर समय पर जरूरी कदम उठाने में मदद करेगा। इससे डिजिटल पेमेंट सिस्टम पहले से अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और भरोसेमंद बन पाएगा।
UPI Auto-Pay के नए नियम
अब से UPI के जरिए होने वाले ऑटोमेटिक पेमेंट्स (जैसे Netflix सब्सक्रिप्शन, EMI, इंश्योरेंस प्रीमियम) के लिए यूज़र्स को हर बार एक OTP से पुष्टि करनी होगी अगर अमाउंट ₹15,000 से ज्यादा है।
एक से अधिक अकाउंट्स के लिए नया वेरिफिकेशन
यदि आपने एक ही मोबाइल नंबर से कई बैंक अकाउंट्स लिंक किए हुए हैं, तो अब हर अकाउंट के लिए अलग से वेरिफिकेशन प्रोसेस पूरा करना होगा। यह कदम यूज़र डेटा और बैंक सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण है।
फ्रॉड रोकने के लिए AI बेस्ड ट्रैकिंग
NPCI के अनुसार, यूपीआई ट्रांजैक्शन अब पहले से ज्यादा सुरक्षित होने जा रहे हैं। नए नियमों के तहत, AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) और मशीन लर्निंग आधारित एडवांस्ड सिक्योरिटी सिस्टम लागू (UPI New Rule) किया जाएगा। यह सिस्टम प्रत्येक ट्रांजैक्शन पर निगरानी रखेगा और जैसे ही किसी संदिग्ध गतिविधि या फ्रॉड की संभावना दिखाई देगी, तुरंत यूज़र और संबंधित बैंक को अलर्ट भेज दिया जाएगा।
निष्कर्ष
UPI के ये नए नियम सुरक्षा और फ्रॉड रोकने के लिए लागू किए गए हैं। यूज़र्स को चाहिए कि वे अपने यूपीआई ऐप और बैंक डिटेल्स को समय-समय पर अपडेट रखें और नियमों का पालन करें ताकि लेन-देन सुरक्षित बना रहे। इससे न सिर्फ उनका पैसा सुरक्षित (UPI New Rule) रहेगा, बल्कि डिजिटल लेन-देन का अनुभव भी बेहतर होगा।
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